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बदेवरा नाथ धाम: मिर्जापुर के जिगना में स्थित प्राचीन शिव मंदिर की रहस्यमयी यात्रा और पूरी जानकारी

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बदेवरा नाथ धाम: मिर्जापुर के जिगना में स्थित प्राचीन शिव मंदिर की रहस्यमयी यात्रा और पूरी जानकारी

नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग मिर्ज़ापुर यात्रा पर, जहां हम मिर्जापुर जिले की धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन स्थलों की गहराई से खोज करते हैं।

आज हम बात करेंगे एक ऐसे प्राचीन शिव मंदिर की जो न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र है बल्कि लोक मान्यताओं और चमत्कारिक शक्तियों के लिए भी प्रसिद्ध है।

जी हां, हम बात कर रहे हैं बदेवरा नाथ धाम की, जो मिर्जापुर जिले के जिगना क्षेत्र में बड़ेवरा ग्राम में स्थित है। अगर आप बदेवरा नाथ धाम जिगना मिर्ज़ापुर की तलाश में हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए परफेक्ट गाइड है।

Badevara Nath Temple In Mirzapur

यहां हम इस मंदिर के इतिहास, मान्यताओं, कैसे पहुंचें, प्रमुख आयोजनों और यात्रा टिप्स पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

यह मंदिर स्वयंभू शिवलिंग के रूप में जाना जाता है और सदियों से श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक बना हुआ है। तो चलिए, शुरू करते हैं इस रहस्यमयी यात्रा को!

बदेवरा नाथ धाम का परिचय: एक प्राचीन शिव धाम की झलक

बदेवरा नाथ धाम मिर्जापुर जिले के जिगना थाना क्षेत्र में बड़ेवरा चौबे गांव में बसा एक भव्य और प्राचीन शिव मंदिर है। यह मंदिर अपनी धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं के कारण पूरे क्षेत्र में विशेष पहचान रखता है।

Badevara Dham mandir  jigna Mirzapur

मंदिर का मुख्य आकर्षण स्वयंभू (स्वयं प्रकट) शिवलिंग है, जो भगवान शिव की कृपा का जीवंत प्रतीक माना जाता है। स्थानीय लोग इसे बदेवरा नाथ मंदिर या बड़ेवरा शिव मंदिर के नाम से भी पुकारते हैं।

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मंदिर के आसपास का वातावरण शांत और दिव्य है, जहां प्रकृति और आध्यात्म का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।

  • मिर्जापुर शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित यह धाम, जिगना थाने से मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर है।

अगर आप मिर्जापुर पर्यटन की प्लानिंग कर रहे हैं, तो बदेवरा नाथ धाम को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें। यहां आने वाले श्रद्धालु न सिर्फ धार्मिक पूजा-अर्चना करते हैं बल्कि मंदिर से जुड़ी चमत्कारिक मान्यताओं का लाभ भी उठाते हैं।

Badevara Nath mandir Mirzapur

उदाहरण के लिए, अगर आपकी शादी-विवाह में अड़चन आ रही है या व्यापार में घाटा हो रहा है, तो यहां के दर्शन से सब कुछ सुधारने की मान्यता है।

यह मंदिर क्षेत्रवासियों पर सदैव कृपा बरसाता रहा है और हजारों लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाया है।

Mirzapur Badevara Nath mandir

मंदिर की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि श्रावण मास और पुरुषोत्तम मास में यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।

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जलाभिषेक, पुष्प शृंगार और आरती जैसे आयोजन यहां के मुख्य आकर्षण हैं। अगर आप प्राचीन शिव मंदिर मिर्जापुर की खोज में हैं, तो बदेवरा नाथ धाम एक आदर्श स्थान है जो इतिहास, आस्था और चमत्कारों का मिश्रण है।

बदेवरा नाथ धाम का इतिहास और उत्पत्ति: प्राचीन युद्ध से जुड़ी कथा

बदेवरा नाथ धाम का इतिहास सदियों पुराना है और यह प्रयाग रामलीला स्मारिका से ली गई जानकारी पर आधारित है।

Badevara Dham  jigna Mirzapur

मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना एक प्राचीन युद्ध से जुड़ी हुई है। शिव नागराज वीर सेन नामक एक योद्धा ने कुनालों (संभवतः कुणालों) के खिलाफ युद्ध लड़ा था।

इस युद्ध में उन्होंने मथुरा तक का राज्य जीत लिया। युद्ध के दौरान जहां उनके योद्धाओं ने वीरगति प्राप्त की, वहां शिवलिंग स्थापित किए गए। इन स्थानों में बदेवरा नाथ (मिर्जापुर), महुआव (इलाहाबाद, अब प्रयागराज) और सेमराधनाथ (भदोही) शामिल हैं।

  • यह शिवलिंग स्वयंभू माने जाते हैं, यानी वे स्वयं प्रकट हुए थे।

स्थानीय कथाओं के अनुसार, युद्ध के बाद भगवान शिव ने इन स्थानों पर अपनी कृपा बरसाई और शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए। बदेवरा नाथ धाम इसी परंपरा का हिस्सा है, जो प्राचीन काल से चली आ रही है।

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  • प्रयाग रामलीला स्मारिका में वर्णित यह कथा मंदिर की प्राचीनता को प्रमाणित करती है।

अगर आप बदेवरा नाथ धाम इतिहास पर रिसर्च कर रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि मंदिर की स्थापना योद्धाओं की वीरता और भगवान शिव की दिव्य शक्ति से जुड़ी है।

Badevara Nath Temple Mirzapur

यह मंदिर न सिर्फ धार्मिक महत्व रखता है बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। सदियों से यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र रहा है, जहां प्राचीन परंपराएं आज भी जीवित हैं। मिर्जापुर जिले में ऐसे कई प्राचीन मंदिर हैं, लेकिन बदेवरा नाथ की उत्पत्ति की कथा इसे अनोखा बनाती है।

धार्मिक महत्व और लोक मान्यताएं: चमत्कारों से भरा धाम

बदेवरा नाथ धाम का धार्मिक महत्व असीम है। यहां की मुख्य मान्यता है कि मंदिर के पास स्थित तालाब (कुंड) में स्नान करने से गठिया, बतास (वात रोग), विटिलिगो (सफेद दाग) जैसी बीमारियां ठीक हो जाती हैं।

Mirzapur Badevara Nath Temple

स्थानीय लोग बताते हैं कि हवन कुंड की भभूत (भस्म) लगाने से हड्डी संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। यह मान्यताएं सदियों पुरानी हैं और हजारों श्रद्धालु इनका लाभ उठा चुके हैं।

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अगर आपकी जिंदगी में कोई समस्या है, जैसे शादी-विवाह में रुकावट या व्यापार में नुकसान, तो बदेवरा नाथ के दर्शन से सब कुछ सुधारने की लोकप्रिय मान्यता है। मंदिर भगवान शिव की कृपा का प्रतीक है और यहां की परंपराएं प्राचीन काल से चली आ रही हैं।

Badevara Dham Mirzapur jigna

श्रद्धालु मानते हैं कि यहां पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। बदेवरा नाथ धाम मान्यताएं की बात करें तो यह मंदिर स्वास्थ्य, विवाह और व्यापार से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए जाना जाता है।

Badevara Dham  jigna

मंदिर में साल भर पूजा-अर्चना होती है, लेकिन विशेष रूप से श्रावण मास में कांवड़ यात्रा और जलाभिषेक के आयोजन देखने लायक होते हैं।

Badevara Dham  jigna Mirzapur 1

पुरुषोत्तम मास में भी यहां विशेष पूजा होती है, जहां पुष्प शृंगार और आरती का आयोजन किया जाता है। अगर आप शिव मंदिर जिगना मिर्ज़ापुर की तलाश में हैं, तो यहां की धार्मिक ऊर्जा आपको मोहित कर देगी।

Badevara Dham bhairav mandir  jigna Mirzapur

बाबा बदेवरा नाथ धाम से थोड़ी ही दूर पर भैरो बाबा जी का मंदिर है जो कि गुफा में 50 फिट अन्दर है, बाबा बदेवरा नाथ के दर्शन के बाद भक्त यहाँ भी दर्शन करते हैं।

बदेवरा नाथ धाम कैसे पहुंचें: आसान मार्ग और परिवहन विकल्प

बदेवरा नाथ धाम पहुंचना काफी आसान है। मिर्जापुर जिलामुख्यालय से यह लगभग 30 किलोमीटर दूर है, जबकि जिगना बस स्टैंड से 6-7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

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सड़क मार्ग से पहुंचने के लिए आप मिर्जापुर से बस या टैक्सी ले सकते हैं। जिगना थाने से 4 किलोमीटर दूर होने के कारण लोकल ऑटो या रिक्शा आसानी से उपलब्ध हैं।

रेल मार्ग से आने वाले यात्री जिगना रेलवे स्टेशन पर उतर सकते हैं, लेकिन ध्यान दें कि यहां केवल लोकल ट्रेनें रुकती हैं।

मिर्जापुर रेलवे स्टेशन से यह करीब 20-25 किलोमीटर दूर है, जहां से आप टैक्सी या बस ले सकते हैं। अगर आप बदेवरा नाथ धाम कैसे पहुंचें सर्च कर रहे हैं, तो सड़क मार्ग सबसे सुविधाजनक है।

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गांव में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है, लेकिन व्यस्त दिनों में पहले पहुंचना बेहतर।

नजदीकी शहरों से दूरी:

  • मिर्जापुर शहर: 20-25 किमी
  • प्रयागराज (इलाहाबाद): लगभग 100 किमी
  • वाराणसी: करीब 80 किमी

यात्रा के दौरान लोकल फूड स्टॉल्स पर चाय और नाश्ता उपलब्ध है, जो आपकी यात्रा को और मजेदार बनाते हैं।

Badevara Dham  jigna Mirzapur 3

प्रमुख आयोजन और त्योहार: श्रावण मास की भव्यता

बदेवरा नाथ धाम में साल भर आयोजन होते हैं, लेकिन श्रावण मास और पुरुषोत्तम मास विशेष महत्व रखते हैं। श्रावण में कांवड़ यात्रा के दौरान हजारों श्रद्धालु यहां जलाभिषेक करने आते हैं।

mirzapur jigna Badevara Nath mandir

पुष्प शृंगार, आरती और भजन-कीर्तन का आयोजन मंदिर को जीवंत बना देता है। पुरुषोत्तम मास में विशेष पूजा होती है, जहां श्रद्धालु मनोकामनाएं पूरी करने के लिए हवन करते हैं।

Badevara Nath mandir Mirzapur jigna

अन्य त्योहारों जैसे महाशिवरात्रि और नवरात्रि में भी यहां भीड़ उमड़ती है। अगर आप बदेवरा नाथ धाम त्योहार की जानकारी चाहते हैं, तो इन महीनों में विजिट प्लान करें।

Badevara Dham  jigna Mirzapur 2

मंदिर प्रबंधन द्वारा आयोजनों की अच्छी व्यवस्था की जाती है, जिसमें सुरक्षा और सुविधाएं शामिल हैं।

आसपास के आकर्षण: मिर्जापुर पर्यटन का हिस्सा

बदेवरा नाथ धाम के आसपास कई अन्य पर्यटन स्थल हैं जो आपकी यात्रा को यादगार बना सकते हैं। जिगना क्षेत्र में विंध्याचल मंदिर, चुनार किला और गंगा घाट जैसे स्थान हैं।

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महुआव और सेमराधनाथ धाम भी नजदीक हैं, जो बदेवरा नाथ की कथा से जुड़े हैं। अगर आप मिर्जापुर पर्यटन स्थल एक्सप्लोर कर रहे हैं, तो इन स्थानों को जोड़ें।

Badevara Nath mandir jigna Mirzapur

मंदिर के पास का तालाब न सिर्फ धार्मिक है बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहां स्नान करने के बाद आप आसपास की हरियाली का आनंद ले सकते हैं।

यात्रा टिप्स: सुरक्षित और यादगार विजिट के लिए

  • सर्वोत्तम समय: श्रावण मास या सर्दियों में विजिट करें, जब मौसम सुहावना होता है।
  • सुविधाएं: मंदिर में प्रसाद और पूजा सामग्री उपलब्ध है। नजदीक में छोटे होटल हैं।
  • स्वास्थ्य सावधानियां: तालाब में स्नान से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
  • फोटोग्राफी: मंदिर के अंदर फोटो लेने से पहले अनुमति लें।
  • बजट: यात्रा का खर्च 500-1000 रुपये प्रति व्यक्ति हो सकता है।

अगर आप बदेवरा नाथ धाम यात्रा टिप्स फॉलो करेंगे, तो आपकी ट्रिप परफेक्ट होगी ----।

बदेवरा नाथ धाम: 15 सामान्य प्रश्न और उत्तर

बदेवरा नाथ धाम: 15 सामान्य प्रश्न और उत्तर

बदेवरा नाथ धाम मिर्जापुर के जिगना क्षेत्र में बड़ेवरा चौबे गांव में स्थित एक प्राचीन स्वयंभू शिव मंदिर है, जो धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध है।
यह मंदिर मिर्जापुर जिले के जिगना थाना क्षेत्र में बड़ेवरा चौबे गांव में, मिर्जापुर शहर से लगभग 30 किमी और जिगना बस स्टैंड से 6-7 किमी दूर है।
प्रयाग रामलीला स्मारिका के अनुसार, यह मंदिर शिव नागराज वीर सेन के युद्ध से जुड़ा है, जहां उन्होंने कुनालों को हराकर शिवलिंग स्थापित किए।
मंदिर स्वयंभू शिवलिंग, चमत्कारिक तालाब और गठिया, सफेद दाग जैसे रोगों से मुक्ति की मान्यता के लिए प्रसिद्ध है।
यहां तालाब में स्नान और हवन कुंड की भभूत से गठिया, वात रोग और सफेद दाग ठीक होने की मान्यता है। विवाह और व्यापार की समस्याएं भी हल होती हैं।
सड़क मार्ग से जिगना बस स्टैंड से 6-7 किमी या मिर्जापुर शहर से 20-25 किमी। जिगना रेलवे स्टेशन पर केवल लोकल ट्रेनें रुकती हैं।
श्रावण मास, पुरुषोत्तम मास, महाशिवरात्रि और नवरात्रि में जलाभिषेक, पुष्प शृंगार और आरती जैसे आयोजन होते हैं।
मंदिर के पास का तालाब गठिया, वात रोग और सफेद दाग जैसी बीमारियों को ठीक करने के लिए प्रसिद्ध है।
हां, मंदिर के पास सीमित पार्किंग सुविधा उपलब्ध है, लेकिन व्यस्त दिनों में पहले पहुंचना बेहतर है।
मंदिर सुबह 5 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता है। विशेष आयोजनों में समय बढ़ सकता है।
मंदिर के पास छोटे गेस्ट हाउस और धर्मशालाएं हैं। मिर्जापुर शहर में बेहतर होटल उपलब्ध हैं।
विंध्याचल मंदिर, चुनार किला, गंगा घाट, महुआव और सेमराधनाथ धाम नजदीकी आकर्षण हैं।
मंदिर के अंदर फोटोग्राफी के लिए प्रबंधन से अनुमति लेनी पड़ सकती है।
श्रावण मास या सर्दियों (अक्टूबर-मार्च) में यात्रा करना सबसे अच्छा है, जब मौसम सुहावना होता है।
हां, मंदिर के पास प्रसाद और पूजा सामग्री की दुकानें उपलब्ध हैं।


निष्कर्ष: बदेवरा नाथ धाम - आस्था की अनंत यात्रा

बदेवरा नाथ धाम न सिर्फ एक मंदिर है बल्कि आस्था, इतिहास और चमत्कारों का संगम है। मिर्जापुर के जिगना में स्थित यह धाम हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। अगर आप प्राचीन शिव मंदिर जिगना मिर्ज़ापुर की यात्रा प्लान कर रहे हैं, तो यहां की कृपा जरूर प्राप्त करें। हमारा ब्लॉग मिर्ज़ापुर यात्रा आपको ऐसे ही अनोखे स्थलों की जानकारी देता रहेगा। अपनी यात्रा के अनुभव कमेंट्स में शेयर करें और ब्लॉग को सब्सक्राइब करें। जय बदेवरा नाथ!